रेप पीड़िता से बयान बदलवाना चाहती है पुलिस
Police want rape victim to change statement
लखनऊ (अथर्व श्रीवास्तव) राजधानी लखनऊ के थाना कृष्णानगर में एक नाबालिग से रेप व पॉक्सो केस के अंतर्गत बस्ती की रहने वाली पीड़िता से बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। सूत्रों का दावा है कि इसमें थाने का भी सहयोग मिल रहा है। राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र में बस्ती की रहने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
यह मामला यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) से संबंधित है। मामले में आरोपी आरोपी दो दिनों से हिरासत में हैं।आरोप है कि आरोपी पक्ष लगातार पीड़िता और उसके परिजनों पर दबाव बनाकर धारा 164 के बयान में बदलाव कराने की कोशिश कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी की माँ द्वारा पीड़िता के परिवार को पैसे का लालच दिया जा रहा है, ताकि पीड़िता कोर्ट में अपने बयान बदल दे। यही नहीं, सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि इस पूरे प्रयास में थाना स्तर पर भी सहयोग दिया जा रहा है, जिससे आरोपी को राहत मिल सके।
हालांकि, इस संबंध में पुलिस की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इधर, पुलिस ने आरोपी को पिछले दो दिनों से कृष्णानगर थाने में हिरासत में रखा हुआ है, जहाँ उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि पीड़िता का बयान न्यायिक प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और उसे प्रभावित करने का कोई भी प्रयास एक गंभीर अपराध है। इसके साथ ही स्थानीय लोगों में भी घटना को लेकर आक्रोश है और वे पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
वहीं, पुलिस पीड़िता के 164 बयान को सुरक्षित, निष्पक्ष और बिना किसी दबाव के दर्ज कराने की तैयारी कर रही है। बता दें दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 164 के तहत पॉक्सो के मामलों में पीड़ित (खासकर नाबालिग) का बयान मजिस्ट्रेट द्वारा दर्ज किया जाता है। यह बयान स्वतन्त्र, दबाव-रहित और सुरक्षित माहौल में लिया जाता है। इसका उद्देश्य पीड़ित की प्रारम्भिक व विश्वसनीय गवाही रिकॉर्ड करना है, ताकि बाद में मुकदमे में वही साक्ष्य कानूनी रूप से उपयोग किया जा सके।







































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