घोसी सीट पर उपचुनाव में सहानुभूति कार्ड खेल सकती है सपा
यूपी डेस्कः मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से विधायक रहे सुधाकर सिंह का 67 साल की उम्र में निधन हो चुका है। यहां 6 महीने के भीतर उपचुनाव होंगे। 5 साल में यह दूसरा मौका होगा जब उपचुनाव होंगे। 2023 के उपचुनाव में सुधाकर सिंह ने दारा सिंह चौहान को हराकर अपनी जीत सुनिश्चित किया था। इससे पहले 2022 में सपा के टिकट पर जीते के पार्टी बदलने के कारण घोसी सीट पहली बार खाली हुई थी।
अब सुधाकर सिंह के निधन से 5 साल के भीतर दूसरी बार खाली हुई है। यह उपचुनाव तय करेगा कि यूपी में किसकी हवा चल रही है। इस सीट से सपा और भाजपा किस पर दांव लगायेगी इसको लेकर चर्चायें तेज हैं। सुधाकर सिंह के निधन के बाद शोक संवेदना व्यक्त पहुचे अखिलेश यादव का पैर पकड़कर सुधाकर सिंह का बेटा फूट फूट कर रोया था। इससे माना जा रहा है समाजवादी पार्टी सहानुभूति कार्ड खेलेगी और सुधाकर सिंह के परिवार से किसी को टिकट मिल सकता है। सुधाकर सिंह के परिवार में राजनीति में सक्रिय चेहरा उनके छोटे बेटे सुजीत सिंह हैं, जो घोसी क्षेत्र से 2 बार ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी उन्हीं पर दांव लगा सकती है। वहीं दूसरी ओर चर्चा है कि भाजपा पूर्व विधायक विजय राजभर को टिकट दे सकती है। घोसी सीट पर राजभर समुदाय की बड़ी संख्या पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकती है।







































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