सात लोगो की मौत के बाद नर्मदा नदी में स्नान करने पर लगा प्रतिबंध मात्र कागज पर
नर्मदा, गुजरात (बीके पाण्डेय) पोईचा में नर्मदा नदी की ओर जाने वाले मार्ग पर प्रशासन की ओर से नो ऐन्ट्री का बोर्ड लगाकर अपना हाथ उठा लिया गया। डूबने के खतरे के बीच पर्यटकों द्रारा बिंदास रुप से नर्मदा नदी में स्नान किया जा रहा है व इसे रोकने के लिए कोई नही है। सात श्रध्दालुओं की पोईचा मे नर्मदा नदी में स्नान के समय डूबने से हुई मौत के बाद स्नान पर प्रतिबंध लगाया गया था मगर यह प्रतिबंध कागज पर ही दिख रहा है। दो दिन की जांच के बाद सब कुछ पहले की तरह ही दिखने लगा है।
दो सप्ताह पहले सूरत की कृष्णा पार्क सोसायटी में रहने वाले 17 लोग नर्मदा नदी में पोईचा के पास धार्मिक विधि के लिए आये थे। विधि पूरी होने के बाद छह बालकों के साथ आठ लोग नदी में डूब गये थे जिसमें सात लोगो की मौत हो गई थी जबकि एक व्यक्ति को बचा लिया गया था। मात्र तीन सेकेन्ड के भीतर ही सात लोग नदी के पानी में समा गये थे व इसकी वजह रेती खनन के कारण बने गहरे गड्ढे रहे। अभी भी सात साल के बालक का शव बरामद नही हो सका है। पोईचा की घटना के बाद प्रशासन ने ताबड़तोड़ नर्मदा नदी में स्नान करने व धार्मिक विधि करने पर रोक लगा दी थी। पोईचा की ओर जाने वाले मार्ग पर बेरीकेटिंग कर पुलिस जवानों को तैनात कर नो ऐन्ट्री का बोर्ड भी लगा दिया गया था मगर यह सब काम मात्र दो दिनों तक ही चला व इसके बा परिस्थिति जस की तस बन गई। स्नान के समय नदी में डूबने का खतरा बना होने के बाद भी रोजाना यहा पर पर्यटक नदी मे स्नान कर रहे है व जान खतरे में डाल रहे हैं। जिस स्थान पर नो ऐन्ट्री का बोर्ड लगा है उसके बगल से ही लोग नदी में स्नान करने के लिए जा रहे हैं। प्रशासन की इस लापरवाही की वजह से आने वाले दिनों में एक और बड़ी घटना से इंकार नही किया जा सकता है।
इनका कहना है:- नर्मदा जिले के रेसीडेंस कलेक्टर सी.के.उघाड ने कहा कि पोईचा में नर्मदा नदी में स्नान करने पर रोक लगाई गई है। नदी में स्नान के संदर्भ में सरकार में से नई सूचना आई है व सूचना केे अनुसार आगामी तीन से चार दिन में नया सार्वजनिक आदेश जारी किया जायेगा। मंडरा रहा है खतरे का भय:-गर्मी से बचने व वेकेशन केे कारण लोगों की भीड़ नारेश्वर के पास स्थित दिवेर व झगडिया के पास स्थित पाणेथा में लग रही है। कुछ दिन पहले ही भरुच व मांडवा के दो लोग दिवेर के पास नर्मदा नदी में डूब गये थे। झगडिया तहसील के पाणेथा गांव के पास रेती की लीज होने से नदी में गहरा गड़्ढ़ा होने से लोगो पर डूबने का खतरा मंडरा रहा है। दोनो ही स्थानों पर सुरक्षा का कदम नही उठाया गया तो पोईचा जैसी घटना होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है।
Post a Comment
0 Comments