एसपी आफिस के बगल में था जालसाज का ठिकाना, फरार बता रही थी देवरिया पुलिस The fraudster's hideout was next to the SP office, Deoria police was saying that he was absconding
सूत्रों के अनुसार आरोपी व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी के एक नेता का बहुत करीबी बताया जा रहा है जिसकी वजह से पुलिस के हाथ उसके गिराबान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस संबंध में गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से बात कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन हमेशा की तरह पुलिस अधीक्षक का मोबाइल नंबर उनके पी आर ओ ने उठाया और कहा कि साहब बाद में बात करेंगे, साहब अभी व्यस्त हैं। जबकि इस मामले में थाना कोतवाली प्रभारी दिलीप सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी है। आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि दो साल पहले जालसाजी व धोखाधड़ी के दर्ज मुकदमें में फरार चल रहे एक विद्यालय का संचालक पुलिस को चकमा देकर घर में ही ऐशो आराम फरमा रहा था। इसका खुलासा मंगलवार को उस समय हुआ जब पुलिस कोर्ट से धारा-82 की कार्यवाही कर वापस लौटी रही थी। पुलिस ने आरोपी के घर पर कोर्ट में हाजिर होने का इश्तेहार चिपकाया। सूत्रों का कहना है कि इसकी भनक मिलते ही उक्त आरोपी ने अपने आवास के गेट पर चिपकाए गए नोटिस को देखा। वह पुलिस के सामने ही गेट पर आया और फिर आराम से घर के अन्दर चला गया। लेकिन उसे तनिक भी अंदेशा नहीं था कि उसका वीडियो बनाया जा रहा है।
इस मामले में देवरिया की सीजेएम मंजू ने न्यायालय में अभियुक्त को 18 अक्तूबर को हाजिर होकर न्यायालय के समक्ष उपस्थित होने के लिए आदेश पारित किया है। जानकारों का कहना है कि उक्त आरोपी जो विद्यालय का प्रबंधक भी है खुलेआम फेसबुक व सोशल मीडिया पर अपने विडियो अपलोड करता है। अभी हाल ही में दुर्गा पूजा के अवसर पर नवमी के दिन विद्यालय में डांडिया उत्सव की तस्वीर पोस्ट की गई है। इसमें उक्त आरोपी भी मौजूद दिख रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सदर कोतवाली क्षेत्र के सरस्वती सदन यू पी पब्लिक स्कूल रामनाथ देवरिया के अजय कुमार मिश्र पुत्र बेनी माधव मिश्र एस पी कार्यालय के निकट यू पी पब्लिक स्कूल चलाता हैं।
जबकि इस संबंध में रामनाथ देवरिया निवासी पारितोष मिश्र पुत्र संजय कुमार मिश्र और शुभम मिश्र पुत्र विजय मिश्र ने सदर कोतवाली पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत किया था कि अजय कुमार मिश्र ने उसके पिता संजय कुमार मिश्र की खतौनी लगाकर विद्यालय की मान्यता अवैध रूप से ले लिया है। स्कूल की मान्यता सीसी रोड का लिया और संचालन रामनाथ देवरिया में करता हैं। बताया जा रहा है कि शिकायत की जांच डी आईओएस के नेतृत्व में बनी टीम ने किया। इसमें दूसरे की खतौनी पर मान्यता लेने व दूसरे जगह विद्यालय चलाने की पुष्टि हुई।
कहते हैं कि डीआई ओ एस की तहरीर पर सदर कोतवाली पुलिस ने वर्ष-2022 में अजय कुमार मिश्र के खिलाफ धारा-419, 420, 467, 468, 471 व 120 बी भारतीय दंड संहिता के तहत केस दर्ज किया। सूत्रों ने कहा कि दो साल से फरार आरोपी अपने स्कूल के कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका से भाग लेता है जबकि पुलिस की लापरवाही एवं मिलीभगत से सरकारी कागजों में अजय मिश्र लगातार फरार चल रहा हैं। इस संबंध में जानकारी मिली है कि कोर्ट से जारी कई बार गिरफ्तारी वारंटी को पुलिस ने यह लिखकर लौटा दिया कि उक्त नाम का व्यक्ति नहीं मिल रहा है।
बताते हैं कि हाजिर नहीं होने पर न्यायालय सीजेएम कक्ष संख्या-17 ने धारा-82 के तहत आरोपी अजय कुमार मिश्र को 18 अक्तूबर को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है। उक्त घटनाक्रम से अब यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस की मिलीभगत से आरोपी अजय कुमार मिश्र फरार रहते हुए अपने घर में शान से रह रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण सोशल साइट व फेसबुक पर अपलोड की गई तस्वीरे है। इस मामले में यह सिद्ध हो चुका है देवरिया पुलिस बेइंतेहा बेपरवाह है। वह भी वहां पर जहां से पुलिस अधीक्षक का कार्यालय 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। उपरोक्त मामले में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पुलिस अधीक्षक इस संगीन मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई कर पुलिस की दाग़दार होती क्षवि को सुधारने का प्रयास करेंगे ?
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