चोरियों का खुलासा करने में पुलिस नाकाम, रातभर पहरा दे रहे ग्रामीण Police failed to reveal the thefts, villagers kept guard throughout the night
इस निर्णय के उपरांत 4 सितंबर की रात से लेकर आज तक लगातार 23 दिन से पहरा देने का कार्य जारी है। ग्रामीणों ने बताया की चोरियों का पर्दाफाश ना होने से हम सभी स्वयं गांव की सुरक्षा करने के लिए विवश है। गांव के रामसुमति मिश्र, राधामोहन मिश्र, लालजी मिश्र, पहलवान मिश्र, पटवारी मिश्र, गुड्डू मिश्र, विजय मिश्र, रवीश मिश्र, वेद मिश्र, सचिन मिश्र, गोपाल, शिवा, प्रशान्त आदि टीम बनाकर पहरा देने और गांव में घूम कर गश्त करने का कार्य कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि चोरी की घटना के बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ी है और रात में बैरियर लगाकर संदिग्धों की जांच की जा रही है लेकिन चोरियों का पर्दाफाश न होने से अभी भी डर का माहौल कायम है। दूरदराज के जिलों और अन्य प्रदेशों से आकर गांव-गांव फेरी लगाकर सामान बेचने वाले लोगों पर नजर बनाए रखने की जरूरत है पुलिस को भी चाहिए कि ऐसे लोगों पर पूरी नजर बनाए रखे क्योंकि अनजान लोगों के द्वारा कभी भी क्षेत्र में चोरी जैसी अप्रिय घटना हो सकती हैं।